सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

सम्पादकीय
 एसीएफ बने अवार्ड पाने वाले पहले भारतीय
     मध्यप्रदेश के युवा वन अधिकारी रितेश सिरोठिया प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड-क्लार्क आर बाविन वाइल्ड लाइफ एन्फोर्समेंट अवार्ड पाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं ।
    अंतर्राष्ट्रीय संस्था एनीमल वेल्फेयर इंस्टीट्यूट एवं स्पेशीज सर्वाईवल नेटवर्क द्वारा वन्य-प्राणी अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में दिया जाने वाला यह पुरस्कार श्री सिरोठिया को पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका के जोहासंबर्ग शहर में विलुप्त्प्राय जंगली जीव-जन्तु एवं वनस्पति का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के १७वें सम्मेलन में सक्रेटरी जनरल जॉन स्केनलॉन द्वारा दिया गया ।
    संस्था ने श्री सिरोठिया का चयन उनके द्वारा वन्य-वाणियों को बचाने में किए गए गहन प्रयासों और राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय वन्य-प्राणी कानूनों के प्रभावी प्रवर्तन के लिए दिया है । श्री रितेश सिरोठिया वर्तमान में मध्यप्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स और राज्य टागर स्ट्राइक फोर्स के प्रभारी है । सिरोठिया को इसी वर्ष फरवरी में राज्य शासन द्वारा भी पेंगोलिन शिकार और उसके अंगोंके अवैध व्यापार में लिप्त् अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर आठ राज्य के ७६ आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए पुरस्कृत किया गया था । श्री सिरोठिया के नेतृत्व मेंअब तक एसटीएसएफ की टीम पेंगोलिन और बाघ का शिकार करने वाले १११ लोगों को १० राज्य में गिरफ्तार कर चुकी है । इनमें एक म्यांमार और एक तिब्बत का विदेशी नागरिक भी शामिल है ।
    वन्य-प्राणी अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में दिए जाने वाले क्लार्क आर बाविन वाइल्ड लाइफ इन्फोर्समेंट अवार्ड के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय - स्तर की जूरी पूरी दुनिया में वन्य-प्राणी अपराध नियंत्रण के लिए कार्यरत एजेंसी के अधिकारियों में से उत्कृष्टतम कार्य करने वाले अधिकारी का चयन करती है । यह पुरस्कार प्रत्येक तीन वर्ष एक बार में दिया जाता है । श्री क्लार्क बाविन संयुक्त राज्य अमेरिका के वन अधिकारी थे । उन्होनें अपने सेवाकाल में वन्य-प्राणियों के अवैध व्यापार नियंत्रण में अप्रतिम योगदान दिया था । यह पुरस्कार उनकी स्मृति में दिया जाता है ।

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